Taj Mahal Hotel: इंडिया कई सौ सालों तक अंग्रेजी हुकूमत का गुलाम रहा। तब अंग्रेज भारतीयों को बराबर बैठाना तो दूर अपने लिए बनाए गए किसी होटल में भी रुकने नहीं देते थे। जिस वजह से इंडिया को आजादी से पहले ही पहला 5 Star Hotel मिल गया। 122 साल पहले इस होटल में AC जैसी लग्जरी भी थी और तब इसका क्या किराया (Taj Mahal Hotel history) था। इस रिपोर्ट में पढ़ते हैं।
1903 में बना था Taj Mahal Hotel
आज के मुंबई और कुछ साल पहले तक बंबई के नाम से जाना जाने वाले इस महानगर में देश का सबसे पहला 5 Star Hotel खुला था। Taj Mahal Hotel नाम से दुनियाभर में अपनी अलग पहचान बनाने वाला यह होटल आज के साउथ मुंबई के कोलाबा में है। जिसके ठीक सामने अरब सागर और गेटवे ऑफ इंडिया बना हुआ है। इस होटल को जमशेद जी टाटा ने 1903 में बनवाया था।
कब शुरू हुआ था Taj Mahal Hotel का निर्माण
बात Taj Mahal Hotel के बनने की हो तो 1889 में अचानक जमशेद जी टाटा ने एलान किया कि मैं बॉम्बे में ऐसा होटल बनाने जा रहा हूं, जैसा इस शहर ने पहले कभी नहीं देखा (pre-independence luxury) होगा। बस उनके एलान करने की देर थी और उनके ही परिवार के कई सदस्यों ने इसका विरोध किया था।
कितना था किराया
विरोध के बाद भी सिर्फ अपने अपमान का बदला लेने के लिए जमशेद जी टाटा ने इस होटल को 26 लाख रुपये में बनवाया और फिर इसे मेहमानों के लिए खोला गया था। उस समय इसमें रुकने का एक दिन का किराया सिर्फ 6 रुपये था।
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