ऑटोमोबाइल न्यूज़ डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ऑफिशियल वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक कई चालान ऐसे भी होते हैं जिनका मौके पर भुगतान नहीं हो सकता। चाहे पहली बार उस नियम को तोड़ा (traffic rule violation) जाए या फिर बार बार उसी नियम को तोड़ा जाए। ऐसे चालानों का भुगतान सिर्फ कोर्ट में जज के सामने (court challan) ही हो सकता है। ऐसे कौन से चालान हैं। इस खबर में समझते हैं।
फुटपाथ या साइकिल ट्रैक पर कार चलाने से होगा Court Challan
कोई भी कार या बाइक या किसी भी तरह के व्हीकल को फुटपाथ और साइकिल ट्रैक पर चलाते हुए कोई व्यक्ति मिलता है तो ट्रैफिक पुलिस उसका चालान नहीं करती बल्कि कोर्ट चालान (court challan process) जारी किया जाता है। इस तरह के नियम को तोड़ने पर 39(3)MVDR/177A MVA नियम तोड़ने का दोषी पाया जाता है।
स्टॉप साइन वायलेशन
रेड लाइट पर स्टॉप साइन लगाया जाता है, जिसके आगे जाने पर 184 MVA नियम के तहत कार्रवाई की जाती है और कोर्ट चालान जारी किया जाता है।
नाबालिग की ड्राइविंग पर
अगर कोई नाबालिग किसी भी तरह का ट्रैफिक से जुड़े नियम को तोड़ता है तो यह मोटर व्हीकल एक्ट 199ए का उल्लंघन होता है। ऐसे किसी भी मामले में सिर्फ कोर्ट चालान ही जारी किया जा सकता है।
पुराने वाहन चलाने पर
10 साल या ज्यादा पुराना डीजल व्हीकल और 15 साल या उससे ज्यादा पुराना पेट्रोल व्हीकल सड़क पर चलते हुए मिलता है तो उसके खिलाफ भी कोर्ट चालान जारी किया जाता है। ऐसी स्थिति में 39/192/207 MVA का उल्लंघन होता है।
रेड लाइट जंप करना
रेड लाइट को सिर्फ इसलिए फॉलो नहीं किया जाता कि आपका चालान बच सके, बल्कि इसलिए भी फॉलो करना ज़रूरी होता है क्योंकि इससे आप खुद और दूसरे लोगों की जान बचा सकते हैं। लेकिन ऐसा न करने पर मोटर व्हीकल एक्ट 184 का उल्लंघन हो जाता है और फिर पुलिस कोर्ट चालान कर सकती है।
गलत तरीके से ओवरटेक करना
मोटर व्हीकल एक्ट 184 के मुताबिक अगर कोई गाड़ी दूसरी गाड़ी को गलत तरीके से या गलत दिशा से ओवरटेक करती हुई पाई जाती है तो भी कोर्ट चालान किया जाता है। इसी एक्ट का उल्लंघन तब भी होता है जब सामान रखने वाली गाड़ी में सवारियों को ले जाया जाता है।
रैश ड्राइविंग में भी कोर्ट चालान
सड़कों पर नियम मानकर गाड़ी चलाना जितना सुरक्षित होता है उतना ही असुरक्षित तब होता है जब रैश ड्राइविंग की जाती है। ऐसी परिस्थिति में भी मोटर व्हीकल एक्ट का 184 नियम टूटता है और नतीजा कोर्ट चालान के तौर पर होता है। वहीं गलत दिशा में भी गाड़ी चलाते हुए इसी एक्ट के उल्लंघन के बाद कोर्ट चालान होता है।
शराब पीने के बाद गाड़ी चलाना
शराब पीने के बाद कई लोग कार चलाते हैं। ऐसा करने पर वह मोटर व्हीकल एक्ट के नियम 185 का उल्लंघन करते हैं। ड्रिंक एंड ड्राइव करते हुए पाए जाने के बाद ट्रैफिक पुलिस कोर्ट चालान कर सकती है।