बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। इंडिया में Apple के I Phone की काफी डिमांड रहती है। हर साल नए आई फोन के लॉन्च होने के बाद से ही इसके लिए लोग दीवाने रहते हैं। लेकिन China की ओर से India को इसी क्षेत्र में जोर का झटका देने की कोशिश की गई है। चीन की ओर से ऐसा क्या किया गया है और भारत इससे होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए क्या तैयारी कर रहा है। इस खबर में समझते हैं।
Foxconn ने बुलाए इंजीनियर्स
रिपोर्ट्स की मानें तो आईफोन की असेंबली करने वाली कंपनी Foxconn ने इंडिया से अचानक ही 300 से ज्यादा चीन के इंजीनियर्स को वापस बुलाया है। Foxconn के इस कदम से टेक इंडस्ट्री सकते में आ गई और इससे इंडस्ट्री में खलबली मच गई।
क्या है इंडिया का प्लान
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय (MeitY) से जुड़े सूत्रों के मुताबिक यह संकट अस्थाई है और इसे जल्द ही सुलझाया जाएगा। मंत्रालय के मुताबिक यह संकट कुछ हफ्ते के लिए होगा, लेकिन इसे सुलझाने की तैयारी की जा रही है। अगले कुछ हफ्तों में चीन के इंजीनियर्स की जगह भारतीयों की भर्ती की जाएगी। साथ ही इंडिया में ही इसकी मशीनरी और मैन्यूफैक्चरिंग टूल्स को भी डेवलप करने की तैयारी होगी। इस कदम से इंडिया की दूसरे देशों पर निर्भरता भी कम हो जाएगी।
चीन ने ऐसा क्यों किया
रिपोर्ट्स की मानें तो चीन की ओर से इस कदम को काफी सोच समझकर उठाया गया है। असल में कई देशों की टेक कंपनियां अब चीन की जगह इंडिया को अपना ठिकाना बनाने की तैयारी कर रही हैं। जिसका सीधा नुकसान चीन को हो सकता है। इसलिए ही चीन की ओर से अब कुशल इंजीनियर्स और हाई टेक मशीनरी के देश से बाहर जाने पर रोक लगाना शुरू कर दिया है।
ऑटो इंडस्ट्री भी है परेशान
चीन की ओर से उठाए जा रहे कदमों से इंडिया में सिर्फ टेक इंडस्ट्री को ही परेशानी नहीं हो रही है बल्कि इससे ऑटो इंडस्ट्री भी परेशान हो रही है। इंडिया में ईवी सेक्टर की ऑटो कंपनियां रेयर अर्थ मेटिरियल्स के ना मिल पाने की वजह से काफी परेशान हो रही हैं। खबर तो यह भी है कि कई मेकर्स अपने ईवी प्रोडक्शन को भी कम करने की तैयारी कर रहे हैं।