PPF Vs SIP: आज के मॉडर्न जमाने में लोग अलग अलग जगह से सेविंग करने की कोशिश में रहते हैं। कई लोग पीपीएफ में इनवेस्ट करते हैं तो कुछ लोगों का भरोसा एसआईपी पर होता है। इन दोनों में किस तरीके से आपको 10 साल में ज्यादा रिटर्न (PPF vs SIP returns) हासिल हो सकता है। इस रिपोर्ट में पढ़ते हैं।
इनवेस्टमेंट के लिए हैं कई ऑप्शन
इंडिया काफी तेजी से आर्थिक तौर पर बढ़ रहा है। इसलिए लोगों के पास जितना पैसा आ रहा है वह उसको खर्च करने के साथ ही उसे इनवेस्ट कर अपना भविष्य जल्दी सुरक्षित करना चाहते हैं। इसलिए बाजार में कई तरह के इनवेस्टमेंट के ऑप्शंस मिल रहे हैं। इनमें से दो ऑप्शन पीपीएफ और एसआईपी (best investment option) भी हैं। जिनको लाखों करोड़ों लोग यूज कर रहे हैं।
रखें यह गोल
अपनी इंकम से अगर आप छोटे छोटे खर्च बचाकर महीने का 1 हजार रुपया भी बचा लेते हैं तो उसे इनवेस्ट कर 10 साल में पीपीएफ और एसआईपी (SIP vs PPF comparison India) किससे ज्यादा रिटर्न मिलेगा। यह सवाल कई लोगों के मन में होगा। लेकिन इसकी कैलकुलेशन बेहद आसान है।
क्या है SIP का कैलकुलेशन
एसआईपी का मतलब सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान होता है। इसके जरिए हर महीने अगर 1000 रुपये हर महीने अगले 10 साल के लिए इनवेस्ट करते हैं और अगर 12 पर्सेंट का सालाना कपांउड रिटर्न मिलता है तो 10 साल बाद आपको 2.32 लाख रुपये मिलेंगे। लेकिन आप सिर्फ 1.20 लाख रुपये ही इनवेस्ट करेंगे।
क्या है PPF का कैलकुलेशन
एसआईपी के बाद अब बारी है पीपीएफ के कैलकुलेशन की। यहां पर सरकार हर र्क्वाटर ब्याज दर तय करती है। अभी इस पर करीब 7.1 पर्सेंट का रिटर्न मिल रहा है। अगर 1000 रुपये का इनवेस्टमेंट 10 साल तक किया जाए तो 1.68 लाख रुपये का रिटर्न मिलेगा। जिसमें 1.20 लाख रुपये आपका इनवेस्टमेंट होगा।
10 साल के निवेश पर तुलना
हर महीने ₹1000 निवेश करने पर 10 साल बाद SIP (12% return) और PPF (7.1% return) के नतीजे:
विकल्प | कुल निवेश (₹) | कुल फंड वैल्यू (₹) | लाभ / ब्याज (₹) |
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SIP (12% CAGR) | 1,20,000 | 2,32,000 | 1,12,000 |
PPF (7.1% CAGR) | 1,20,000 | 1,68,000 | 48,000 |
नोट: आंकड़े अनुमानित हैं और वास्तविक रिटर्न मार्केट/नीति पर निर्भर करेंगे।