ऑटोमोबाइल न्यूज डेस्क, नई दिल्ली। इंडिया में हर रोज लाखों लोग अपनी कार को ड्राइव करते हैं। लेकिन कार चलाते हुए वह काफी थक भी जाते हैं। ड्राइवर की थकान कम करने के लिए कुछ कारों में एक खास पैडल को दिया जाता है। जिससे ड्राइविंग के टाइम काफी राहत मिलती है। इस पैडल को क्या कहा जाता है। किस तरह से ड्राइव के समय इससे ड्राइवर को राहत मिलती है। इस खबर में समझते हैं।
कारों में मिलते हैं 4 पैडल
नॉर्मली किसी भी कार में चार तरह के पैडल ड्राइवर के लिए दिए जाते हैं। इनमें से तीन को ज्यादातर लोग जानते हैं। जिनमें एक्सीलेटर, ब्रेक और क्लच पैडल होते हैं। लेकिन एक और पैडल (hidden clutch pedal) दिया जाता है, जिसको Dead Padel के नाम से जानते हैं।
Dead Padel क्यों है जरूरी
इंडिया में रोड नेटवर्क काफी शानदार हो रहा है। जिसकी वजह से अब लोग अपनी कार से भी 500 या एक हजार किलोमीटर लंबा ट्रैवल करने लगे हैं। इस दौरान बाएं पैर से क्लच का यूज न के बराबर (car pedal functions) होता है और इसी वजह से यह पैर काफी कम एक्टिव होता है। लेकिन फिर भी कुछ ड्राइवर इस पैर को क्लच पर रखे रहते हैं, जिसकी वजह से क्लच प्लेट जल्दी खराब हो जाती है। बाएं पैर को आराम देने के लिए ही कारों में डैड पैडल (dead pedal in cars) को दिया जाता है। इसे आमतौर पर कारों में ड्राइवर के बाएं पैर के पास पोजिशन किया जाता है।
Dead Panel से बढ़ती है सेफ्टी
वैसे तो आज भी कम ही कारों में इस पैडल को दिया जाता है। लेकिन जिन भी कारों में डेड पैडल को दिया जाता है, उनको चलाने पर ड्राइवर को कई तरह से फायदे मिलते हैं। डेड पैनल की वजह से ड्राइव करते हुए ड्राइवर कार पर तेज टर्न के दौरान ज्यादा बेहतर तरीके से कंट्रोल रख पाता है।
मिलेगा ज्यादा आराम
लॉन्ग ड्राइव पर डेड पैनल पर पैर रखने की वजह से ड्राइवर को ज्यादा आराम मिलता है। इस पैनल को जिन कारों में नहीं दिया जाता, उनमें ड्राइवर सफर के दौरान अपना पैर या तो क्लच पैडल पर रखता है या फिर पैर को लंबे समय तक हवा में ही रखना पड़ता है। जिसकी वजह से ड्राइवर को काफी जल्दी थकान हो जाती है।