ऑटोमोबाइल न्यूज़ डेस्क, नई दिल्ली। ग्लोबल लेवल पर कार मेकर्स कई कारों को ऑफर करते हैं। जिनमें अलग अलग Powertrain के ऑप्शंस दिए जाते हैं। किस तरह के पावरट्रेन (Types Of Powertrain) के साथ कारों को ऑफर किया जाता है। आइए समझते हैं।
ICE पेट्रोल इंजन
ग्लोबल लेवल पर सबसे ज़्यादा ICE इंजन वाली कारों को ऑफर किया जाता है। कार मेकर्स इसमें भी पेट्रोल इंजन वाली कारों को सबसे ज्याद ऑफर करते हैं। इनकी शरुआत जर्मनी में 1876 से हुई थी और तब से अब तक इनमें कई बदलाव किए जा चुके हैं। जिससे यह काफी ज्यादा फ्यूल एफिशिएंट बन गए हैं। इनको ज़्यादा फ्यूल एफिशिएंट बनाने के लिए स्पार्क प्लग की ज़रुरत होती है।
ICE डीज़ल इंजन
पेट्रोल इंजन के अलावा डीजल इंजन वाली कारों को भी काफी बेचा जाता है। इसके पहले प्रोटोटाइप को 1893 में तैयार किया गया था। लेकिन इसका इस्तेमाल करना 1897 में शुरू किया गया था। इस इंजन में स्पार्क प्लग की ज़रुरत नहीं होती और इस तरह के इंजन में फ्यूल को सीधा सिलेंडर पर स्प्रे किया जाता है।
CNG इंजन
पेट्रोल और डीज़ल की तरह सीएनजी पावरट्रेन को भी ऑफर किया जाता है। इस टेक्नोलॉजी वाले इंजन को सबसे पहले 1901 में एक कार में यूज़ किया गया था। यह टेक्नोलॉजी पेट्रोल के मुकाबले सस्ती पड़ती है, लेकिन इसमें बूट स्पेस खत्म हो जाता है।
LPG पावरट्रेन
सीएनजी की तरह ही एलपीजी पावरट्रेन को भी कई कारों में ऑफर किया जाता है। इस तरह की कार को ज़्यादा कार मेकर्स ऑफर नहीं करते। मारुति की ओर से इंडिया में पहली एलपीजी कार को 2006 में ऑफर किया गया था। फिलहाल इस टेक्नोलॉजी वाली कोई कार इंडियन मार्केट में नहीं है।
हाइब्रिड पावरट्रेन
हाइब्रिड में भी माइल्ड और स्ट्रॉन्ग पावरट्रेन वाली कारें दुनियाभर में ऑफर की जाती हैं। इस तरह की कारों को 1902 में ऑफर किया गया था। जिसमें इंजन के साथ एक बैटरी को दिया जाता है।
जहां सभी तरह के पावरट्रेन से पलूशन होता है, वहीं चलाते हुए पलूशन फैलाने के मामले में इलेक्ट्रिक पावरट्रेन सबसे बेस्ट ऑपशन है। आजकल इसी पावरट्रेन की कारों को प्रमोट किया जा रहा है।