HomeAutomobilesElectric या पेट्रोल नहीं, ये 5 कारण बताएंगे क्यों Hybrid Car है...

Electric या पेट्रोल नहीं, ये 5 कारण बताएंगे क्यों Hybrid Car है सबसे बेहतर ऑप्शन!

hybrid car: इंडियन कार मार्केट के साथ ही पूरी दुनिया में भी कई तरह की टेक्‍नोलॉजी वाली कारों पर काम किया जा रहा है। लेकिन अभी के समय में ICE या EV के मुकाबले इंडियंस Hybrid Cars को क्‍यों पसंद कर रहे हैं। इसके 5 कारण हैं। आइए समझते हैं।

ऑटोमोबाइल न्‍यूज़ डेस्‍क, नई दिल्‍ली। दुनियाभर में कई लोग रोज़ के काम निपटाने के लिए कार का यूज़ करते हैं। लेकिन, महंगे तेल की वजह से लोग ICE की जगह EV पर शिफ्ट हो रहे हैं। अब ईवी के साथ ही Hybrid Car को भी काफी पसंद किया जा रहा है। इंडिया में भी ICE या EV से ज्‍यादा Hybrid Car पसंद की जा रही हैं। इसके क्‍या 5 बड़े कारण हैं। इस खबर में समझते हैं।

बैटरी और पेट्रोल दोनों पर चलती हैं Hybrid Car

हाइब्रिड कारों की सबसे बड़ी खूबी यही है कि इनको इलेक्ट्रिक कार की तरह बैटरी और ICE कारों की तरह पेट्रोल के साथ चलाया जा सकता है। यानि कि हाइब्रिड कार को बैटरी और पेट्रोल दोनों के साथ चलाया जाता है। इससे इस तरह की कारों की रेंज भी बढ़ जाती है।

Hybrid Car से ट्रैफिक में नहीं होती टेंशन

इंडिया के हर बड़े शहर में ऑफिस टाइम में भयंकर ट्रैुफिक जाम लगता है। जाम की वजह से हर रोज़ लाखों लीटर पेट्रोल और डीजल बिना उपयोग में आए ही जल जाता है, जिससे न सिर्फ प्रदूषण बढ़ता है बल्कि फ्यूल पर दूसरे देशों पर निर्भरता भी बढ़ती है। लेकिन हाइब्रिड कारों को एक तय स्‍पीड तक सिर्फ बैटरी पर ही चलाया जा सकता है। इसलिए ट्रैॅ‍फिक में इन कारों को चलाने में पेट्रोल नहीं जलता और टेंशन भी नहीं होती।

कम होती है मेंटेनेंस

पुरानी हाइब्रिड टेक्‍नोलॉजी के मुकाबले अब ऐसी टेक्‍नोलॉजी ऑफर की जा रही है जिससे हाइब्रिड कार की मेंटेनेंस भी काफी कम हो गई है। इसलिए भी लोग इस तरह की टेक्‍नोलॉजी वाली कार को काफी पसंद कर रहे हैं।

Hybrid Car में मिलता है ऑप्‍शन

किसी भी हाइब्रिड कार को एक स्‍पीड तक ही बैटरी पर चलाया जा सकता है और उसके बाद वह पेट्रोल पर स्विच हो जाती है। इस फीचर के साथ ही यह सुविधा भी मिलती है जिससे ड्राइवर खुद ईंधन का मोड तय कर सकता है। वह चाहे तो कार को बैटरी पर चलाए और चाहे तो वह पेट्रोल का ऑप्‍शन भी एक्टिव कर सकता है।

रीसेल बाजार में भी मांग

EV कारों की रीसेल अभी इंडिया में ज्‍यादा नहीं होती। लेकिन हाइब्रिड कारों के साथ ऐसा नहीं है। पेट्रोल का ऑप्‍शन होने की वजह से इनको ICE कारों के बाजार में आसानी से खरीदा और बेचा जाता है। इसलिए एक ओर जहां नई हाइब्रिड कारों के लिए वेटिंग है तो रीसेल में आने के बाद इन कारों को आसानी से खरीदार मिल जाते हैं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments