ऑटोमोबाइल न्यूज़ डेस्क, नई दिल्ली। इंडिया में कहीं पर तेज़ बारिश तो कहीं पर तेज़ धूप निकल रही है। ऐसे में कार, बाइक, स्कूटर के टायर फटने की टेंशन भी बढ़ जाती है। किस तरह से टायर्स की केयर (summer tyre maintenance) करते हुए उनको बचाया (tyre burst prevention) जा सकता है। आइए समझते हैं।
tyre burst prevention – टायर और सड़क का है कनेक्शन
टायर और सड़क दोनों का एक दूसरे से काफी मजबूत कनेक्शन होता है। एक बार जब कार स्टार्ट कर उसे चलाया जाता है तो टायर ही होते हैं जिनका कनेक्शन सड़क के साथ होता है। गर्मी हो या सर्दी, धूप हो या बारिश हर मौसम में सड़क के ऊपर टायर ही कार या किसी भी व्हीकल को कनेक्ट (tyre burst prevention) करते हैं।
टायर प्रैशर रखें सही
सबसे ज्यादा तब फटते हैं जब उनमें ज़रुरत से ज्यादा हवा भर जाती है। कई बार सड़क पर कार चलाते हुए भी टायर में हवा बढ़ने लगती है और टायर फट (tyre burst prevention) जाते हैं। गर्मी के मौसम में भी इस तरह की घटना हो सकती है।
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इंजन ओवरहीट से भी खतरा
इंजन के नीचे ही टायर पोजिशन होते हैं। ऐसे में अगर इंजन का टेंपरेचर बढ़ जाता है और वह ओवरहीट होने लगता है तो उसकी गर्मी टायर तक भी पहुंचती है। गर्मी में पहले से जल रही सड़क पर चल रहे टायर और गर्म होकर फट भी सकते हैं।
ब्रेकिंग का रखें ख्याल
टायर के अंदर ब्रेक को इसलिए लगाया जाता है जिससे कार को सही तरह से रोका (tyre burst prevention) जा सके। लेकिन बार बार ब्रेक लगाने से वह गर्म होने लगते हैं और पहले से पड़ रही गर्मी और गर्म सड़क पर चल रहे टायर और ज्यादा गर्म होने लगते हैं। लगातार ऐसा हो तो टायर का तापमान काफी बढ़ जाता है और वह फट भी सकते हैं।